धतूरे का पौधे का परिचय धतूरा एक विषैले घटक के रूप में जाना जाता है लेकिन फिर भी धतूरा के फायदे होते हैं। भारत में धतूरा का उपयोग विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है। हालांकि धतूरा का आध्यात्मिक महत्व भी होता है। इसे शिवजी की पूजा में उपयोग किया जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण धतूरा के सबसे महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभों में अस्थमा को दूर करने, बुखार को कम करने, दिल की रक्षा, दर्द को खत्म करने, प्रजनन क्षमता बढ़ाने, बालों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने, स्वस्थ नींद को प्रेरित करने और प्रसव पीड़ा को कम करने की क्षमता शामिल है। धतूरा एक मादक या नशीला खाद्य पदार्थ होता है। जिसका औषधीय उपयोग करने पर लाभ होते हैं। लेकिन आवश्यकता से अधिक इस्तेमाल करने पर यह हानिकारक भी हो सकता है। धतूरे का पौधा हमारे सारे भारत देश में हर जगा पर आसानी से मिल जाएगा, धतूरा एक पादप है इसका पौधा 3 से 4 फुट ऊँचा होता है। इसकी पत्तिया 6 से 7 इंच लम्बा आगि से नुकीली होता है धतूरा सफेद, काला, नीला, पीला तथा लाल फूल वाला 5 जातियों का मिलता है इसके फल हरे र...
गोखरू का परिचय गोखरू का इस्तेमाल औषधि के स्वरूप में हमारे देश में कई सालों से किया जाता है इसका उपयोग खासकर वात, पित्त और कफ के इलाज के लिए किया जाता है इसका वानस्पतिक नाम ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस (Tribulus Terrestris) है और इसका अंग्रेजी में डेविल्स् थोर्न (Devil’s Thorn) हैं यह जीगोफिलसी परिवार से संबंधित है मूल स्वरूप से यह वनस्पति भारत में उत्पन्न हुई है यह मानी जाती है व्यापक रूप से भारत और अफ्रीका के साथ साथ एशिया मध्य पूर्व और यूरोप के कुछ हिस्सों में भी इसे पाया जाता है इंटरनेशनल जर्नल ऑफ होम साइंस के अनुसार ट्रिबुलस टेरेस्ट्रिस के विभिन्न भागों में कई रासायनिक घटक होते हैं जिनमें क्यूरेटिव और पोषक तत्व पाए जाते हैं इसकी पत्तियों में कैल्शियम कार्बोनेट आयरन प्रोटीन आदि होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं गोक्षुरा पौधे के बीज में फैट और प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है और इसके फल में ओलिक एसिड स्टीयरिक एसिड और ग्लूकोज की अच्छी मात्रा पाई जाती है यह पौधा कई शारीरिक बीमारियों के साथ ही स्किन और बालों की सेहत के लिए भी काफी लाभकारी माना जा सकता है गोखरू क...